Protests erupt outside Kasba Police station as 3 arrested in alleged Kolkata college gang rape
कैंपस में नशीली दवाओं के इस्तेमाल की भी कई शिकायतें मिली हैं। इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी स्थापित करने की योजना बना रही है।
कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय के अस्थायी कुलपति बुद्धदेव साव विश्वविद्यालय में नशीली दवाओं के सेवन की प्रवृत्ति को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। कुलपति ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कहीं। हालांकि, कुलपति ने कहा कि मादक द्रव्य विरोधी कानून के तहत उन्हें जो करना होगा वह करेंगे।
उन्होंने कहा कि देश में मादक पदार्थों का सेवन रोकने के लिए कानून है। हम उस कानून के मुताबिक काम करेंगे। यदि प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा सकता है, तो यह किया जाएगा।
नशीली दवाओं के उपयोग को रोकने के लिए हवाई अड्डों या विभिन्न संगठनों के प्रवेश द्वार पर विशेष उपकरण लगाए जाते हैं। अगर कोई ड्रग्स लेकर घुसता है तो उस तकनीक के जरिए पकड़ा जाता है। ऐसे उपकरण परिसर के विभिन्न द्वारों पर लगाए जा सकते हैं। हालांकि, यह काम कब शुरू होगा, इस बारे में विश्वविद्यालय के अस्थायी कुलपति ने कुछ नहीं कहा।
कैंपस में सीसीटीवी लगाने का काम शुरू हो चुका है। एक निजी संस्था को यह काम दिया गया है। हॉस्टल और कैंपस में करीब 10 कैमरा सिपॉट चिह्नित किए गए हैं। वहां कुल 26 कैमरे लगाए जाएंगे।
जादवपुर विश्वविद्यालय परिसर में नशीली दवाओं के सेवन की कई शिकायतें मिली हैं। कुछ दिन पहले सफाई कर्मचारियों ने यूनिवर्सिटी में सफाई के दौरान सौ से अधिक शराब की बोतलें बरामद की थीं। इसलिए, अधिकारी सीसी कैमरों के साथ-साथ नशीली दवाओं की खपत को नियंत्रित करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं।
नौ अगस्त को जादवपुर यूनिवर्सिटी के मुख्य हॉस्टल में तीसरी मंजिल से गिरकर नादिया के एक छात्र की मौत हो गई है। आरोप है कि वह रैगिंग का शिकार हुआ था। इसके बाद से ही परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग उठ रही है। कैंपस में नशीली दवाओं के इस्तेमाल की भी कई शिकायतें मिली हैं। इसे देखते हुए यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी स्थापित करने की योजना बना रही है।